सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर शनिवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय एकेजी भवन में रखा गया, ताकि लोग अंतिम दर्शन कर सकें। येचुरी को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा विपक्ष मौजूद दिखा। श्रद्धांजलि देने वालों में भारत में फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अबू अलहैजा भी शामिल थे।
येचुरी का पार्थिव शरीर सीपीएम के लाल झंडे में लिपटा था और रह-रह कर येचुरी को लाल सलाम के नारे लग रहे थे। सीपीएम पॉलित ब्यूरो की मौजूदगी में उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव , राजद सांसद मनोज झा सहित इंडिया गठबंधन के सारे प्रमुख नेता उपस्थित थे।
फिलिस्तीनी राजदूत अबू अलहैजा ने येचुरी को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि हमारे लिए यह बेहद दुख का समय है। हमने अपना सबसे करीबी मित्र खो दिया। फिलिस्तीन की जनता ने अपना मित्र खो दिया। येचुरी ने फिलिस्तीनी जनता के हित में हमेशा बुलंद आवाज में बात की। हम फिलिस्तीन के समर्थन में कई बार कार्यक्रमों में साथ-साथ रहे।
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सीपीएम पॉलित ब्यूरो नेता प्रकाश करात, वृंदा करात, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, एमए बेबी तथा अन्य ने भी श्रद्धांजलि दी। सोनिया गांधी ने येचुरी की पत्नी सीमा चिश्ती के गले लग कर ढाढस बंधाया।
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