योगी अपने जीवन के सबसे कठिन जन्मदिन पर कैसे जूझ रहे
योगी आदित्यनाथ अपने जीवन के सबसे कठिन जन्मदिन से रू-ब-रू हैं। अबतक पीएम ने बधाई तक नहीं दी। ट्विटर पर बेरोजगार दिवस ट्रेंड कर रहा है। रिकॉर्ड दस लाख ट्वीट।
कुमार अनिल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज जन्मदिन है। वे अपने जीवन के सबसे कठिन जन्मदिन का सामना कर रहे हैं। वे नीचे और ऊपर और दाएं-बाएं चारों तरफ से घिरे हैं। नीचे जनता नाराज है, राज्य के युवा आज के दिन को यूपी बेरोजगार दिवस के तौर पर मना रहे हैं। खबर लिखे जाने तक रिकॉर्ड दस लाख ट्वीट हो चुके हैं।
योगी आदित्यनाथ नीचे जनता में व्याप्त विक्षोभ से निपटे या ऊपर प्रधानमंत्री मोदी से? अब यह खबर पुरानी पड़ चुकी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योगी आदित्यनाथ से संतुष्ट नहीं हैं। दिल्ली से पार्टी की उच्च स्तरीय टीम राज्य के भाजपा नेताओं से अलग-अलग मुलाकात के बाद लौट चुकी है। दिल्ली में यूपी के बिगड़े हालात पर मंथन जारी है। प्रधानमंत्री के करीबी रह चुके सीनियर आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा अब एमएलसी हैं और उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद दिए जाने की चर्चा है। इस तरह योगी के लिए आज दिल्ली भी अपनी नहीं रह गई है।
दाएं-बाएं देखें, तो समाजवादी पार्टी योगी के हर मुश्किल का लाभ लेने को तैयार है। पार्टी प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्विट किया-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। मैं सोच रहा था एक बज गए, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय संगठन मंत्री किसी ने भी योगी जी के लिए बधाई संदेश ट्वीट नहीं किया। और कितना अपमानित करेंगे अब योगी जी को?
सपा के अलावा प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस भी सक्रिय है। रालोद प. यूपी में पैठ बढ़ा चुका है।
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संघ लंबे समय से यूपी को हिंदुत्व की प्रयोगशाला के रूप में विकसित करने की कोशिश करता रहा है। आज वह भी योगी के साथ पूरी तरह नहीं है। स्वाभाविक है, संघ भी योगी आदित्यनाथ को बचाने से ज्यादा यूपी को बचाने की चिंता करेगा।
जो योगी कल तक केरल से बंगाल तक चुनाव प्रचार में हिंदुत्व का चेहरा थे, आज उन्हीं के जन्मदिन पर पार्टी के बड़े नेताओं ने सुभकामना देना तक मुनासिब नहीं समझा। मुश्किल में हैं योगी। देखिए, आगे क्या होता है।