JNU की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे, आरोप-प्रत्यारोप

JNU एक बार फिर चर्चा में है। इसकी दीवारों पर किसी ने ब्राह्मण विरोधी नारे लिख दिए हैं। विद्यार्थी परिषद और वामपंथी संगठनों में आरोप-प्रत्यारोप।

जेएनयू की दीवारों पर कल किसी ने ब्राह्मण विरोधी नारे लिख दिए। इसके बाद तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है। संघ से जुड़ी विद्यार्थी परिषद ने वाम छात्र संगठनों पर आरोप लगाया है, वहीं वाम संगठनों ने इसे भाजपा की साजिश कहा है।

द टेलिग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे जाने के दूसरे दिन छात्र और शिक्षक संगठन ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि कैंपस में शांति बनी रहे। छात्रों ने कहा कि School of International Studies के भवन की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे लिखे गए हैं।

खबर के मुताबिक जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया को जेएनयू तथा देश छोड़ने के नारे लिखे गए हैं। जएएनयू शिक्षक संघ ने ऐसे नारे लिखे जाने को अफसोसजनक कहा है। जेएनयू शिक्षक संघ ने नारे लिखे जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह कैंपस के केंद्रीय मूल्य विविधता का सम्मान और टॉलरेंस के खिलाफ है। शिक्षक संघ ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

जेएनयू की दीवारों पर जो नारे लिखे गए हैं उनमें ब्राह्मण जेएनयू छोड़ो, ब्राह्मण भारत छोड़ो के नारे शामिल हैं। मामला सामने आने के बाद एक खास वर्ग में उत्तेजना देखी जा सकती है। सोशल मीडिया पर #जेएनयू हैशटैग के साथ कई लोग लगातार ट्वीट कर रहे हैं।

पत्रकार मोहम्मद अली ने लिखा-ये गलत हैं कुछ लोगों के चक्कर में हम पूरे समाज का बहिष्कार नहीं कर सकते हैं। जिस जेएनयू की दीवार पर ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो लिखा हैं, याद दिला दू “पंडित जवाहर लाल नेहरू” के नाम पर यह यूनिवर्सिटी हैं और वह भी ब्राह्मण ही थे। नवीन कुमार मेघवाल ने एक चैनल में चर्चा का क्लिप जारी करते हुए लिखा-कांग्रेस के प्रवक्ता @PrateekSinghINC जी ने भाजपा प्रवक्ता की बोलती बंद कर दी। अब जवाब भी क्या देती क्योंकि जेएनयू की सारी हरकतें तो ABVP के लोग करवाते है।

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