सीपीआई माले के महासचिव दिपांकर भट्टाचार्य ने साम्प्रदायिक वैमन्सय और कार्पोरेट घरानों की लूट के खिलाफ भारत छोड़ों आंदोलन को फिर से शुरू करने का आह्वान किया है.
भट्टाचार्य ने अपने ट्विट में कहा है कि ठीक 75 वर्ष पहले स्वतंत्रता के लिए निर्णायक युद्ध का आगाज किया गया था. और अब समय आ गया है कि साम्प्रदायिक शक्तियों और कार्पोरेट लुटेरों के खिलाफ उसी आब व ताब से निर्णायक संघर्ष छेड़ा जाये.
भट्टाचार्य ने कहा कि यह संघर्ष स्वतंत्रता के संघर्ष की भावना से शुरू किया जाना चाहिए.
दिपांकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अगले हफ्ते देश स्वतंत्रता की सत्तरवी वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहा है.
दिपांकर ने अपने एक अन्य ट्विट में कहा कि ( हरियाणा की महिला के साथ हुई घटना) महिला का पीछ करना, उसकी गरिमा को ठोस पहुंचाना यही उनका भाजपा) का संस्कार है. यही उनका सांस्कृतिक राष्ट्रवाद है.