अमित शाह को आज फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया। श्री शाह के पक्ष में कुल 17 नामांकन पत्र दाखिल किये गये। पार्टी के चुनाव अधिकारी अविनाश राय खन्ना ने श्री शाह के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की औपचारिक घोषणा की।
बधाई का तांता
इस दौरान श्री शाह को बधाई देने वालों में कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे लेकिन मार्गदर्शक मंडल में शामिल पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी नदारद रहे। श्री शाह का यह पहला पूर्ण कार्यकाल होगा। इससे पहले वह श्री राजनाथ सिंह का कार्यकाल पूरा कर रहे थे, जिन्होंने गृहमंत्री बनने के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है। भाजपा संसदीय बोर्ड की 28 जनवरी को शाम छह बजे बैठक होगी, जिसमें श्री शाह का स्वागत किया जायेगा और उनके चुनाव पर औपचारिक मुहर लगायी जायेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की तरफ से श्री शाह के नाम का प्रस्ताव रखा गया। इस दौरान मोदी सरकार के सभी मंत्री और हरियाणा को छोड़कर सभी भाजपा प्रदेशों के मुख्यमंत्री मौजूद थे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फांस्वा ओलांद के एक कार्यक्रम के कारण श्री शाह की ताजपोशी के कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।