भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भागलपुर से विधानसभा उपचुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया है। उपचुनाव को लेकर भाजपा सूत्रों के हवाले खबर आयी थी कि वह उपचुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन पूर्व विधायक और भाजपा के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे द्वारा अपने बेटे के लिए टिकट के दावेदारी पेश करने के बाद शाहनवाज ने अपना नाम पीछे खींच लिया। अश्विनी चौबे इसी सीट से विधायक थे।
बदले हालात में कल पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि वह छह बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के पदाधिकारी व राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। भले ही लोकसभा चुनाव में हार गया, लेकिन मैं पांच वर्षो तक इंतजार करूंगा। पार्टी जो दायित्व देगी, उसे निभाऊंगा। श्री शाहनवाज ने कहा कि पांच वर्षो तक क्षेत्र के लिए मेहनत करूंगा। बिहार का अगला सीएम बनने के लिए मैं दिन के उजाले में ख्वाब नहीं देखता।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने पहले कहा था कि हम किसी सांसद के उम्मीदवार के परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं देंगे। इस बीच विधायक से सांसद बने भाजपा के पांच से चार सांसदों ने अपने बेटों के लिए टिकट की मांग की है। इसमें भागलपुर के विधायक रहे अश्विनी कुमार चौबे भी शामिल हैं।शाहनवाज भागलपुर से सांसद रह चुके हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। फिलहाल राज्यसभा के लिए भी कोई संभावना नजर नहीं आ रही थी। इसलिए वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे।
बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव में जर्नादन सिंह सिग्रीवाल छपरा से, अश्विनी चौबे भागलपुर से , छेदी पासवान मोहनिया से और नित्यानंद राय ने हाजीपुर सीट से अपने बेटों के लिए टिकट मांगा है। नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने इसकी पुष्टि है । उन्होंने कहा कि जो भी सांसद अपने बेटे को टिकट देने की मांग कर रहे हैं, हम उस पर विचार करेंगे । यह विचार तभी मान्य होगा, जब उनके बेटे कार्यकर्ता के रूप में भाजपा में काम करते रहे हों । अगर कार्यकर्ता नहीं होंगे तो उन्हें टिकट नहीं दिया जायेगा । हम अपने कार्यकर्ता का पूरा ख्याल रखेंगे ।