सूचना क्रांति के दौर में शिक्षा पद्धति पूरी तरह बदलने लगी है। अब तेजी से स्लेट- पेंसिल का स्थान कंप्यूटर स्क्रीन ले रहा है। इस बदलाव को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सभी विश्वविद्यालयों को वाइफाइ और स्कूलों को ब्रॉड बैंड से जोड़ेगी।
शनिवार को पटना आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से हर साल देश के एक लाख गांवों को जोड़ा जायेगा। अब देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश की तरक्की के लिए यह जरूरी है कि भावी पीढ़ी यानी छात्र खुलकर अपने विचार व्यक्त करें। जब देश की भावी पीढ़ी खुलेगी, तो देश में विचारों की जकड़न समाप्त होगी और विकास के नये रास्ते भी खुलेंगे। उन्होंने इसके लिए फेसबुक को सबसे बढ़िया माध्यम बताते हुए छात्रों को इससे जुड़कर विचारों का आदान-प्रदान करने और समाज तथा सरकार को नये सुझाव देने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी मैं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में काम कर चुका हूं। तब मैंने बतौर मंत्री ढेर सारे टीवी चैनलों को लाइसेंस प्रदान किये थे। आज देश में टीवी चैनलों की कमी नहीं है और उनकी आपसी प्रतिस्पर्धा से देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्तरीय सूचनाएं व जानकारियां मिल रही हैं।
सरकार की अब यही कोशिश है कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को आपस में इस कदर जोड़ा जाये ताकि देश को नये विचार और सूचनाएं मिल सकें। श्री प्रसाद ने कहा कि सम्मान से आत्मविश्वास बढ़ता है। बच्चों को उनके अच्छे कार्यो के लिए सम्मानित करने से अन्य बच्चों को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने सूचना तकनीकी के क्षेत्र में राज्य एवं केंद्र सरकार को मिलकर काम करना चाहिए।