केन्द्रीय वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने आज कहा कि आरक्षण इस देश की वास्तविकता है तथा उनकी पार्टी जनसंघ के समय से ही इसकी समर्थक रही है। श्री जेटली ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी की ओर से विकास एवं विश्वास का दृष्टि पत्र जारी किये जाने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा जनसंघ के समय से ही आरक्षण की समर्थक रही है। यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि आरक्षण देश की वास्तविकता है और समाज के कमजोर वर्गो के लिये इसका प्रावधान संविधान में किया गया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा संविधान में आरक्षण का प्रावधान किये जाने और इसे जारी रखने की नीति की किसी तरह की समीक्षा करने के पक्ष में नहीं है । राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण नीति पर जो टिप्पणी की थी उसका स्पष्टीकरण भी आरएसएस की ओर से आ गया है और साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस मामले में पार्टी स्थिति स्पष्ट कर दी है ।
श्री जेटली ने जनता दल यूनाइटेड के नेतृत्व वाले महागठबंधन के नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का नाम लिये बगैर कहा कि दोनों ही नेता विकास के मुद्दे पर चुनाव नही लड़ना चाहते है। इसलिये वे जनता को आरक्षण के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने संकल्प लिया है कि बिहार से जंगल राज को समाप्त करने का और इसके लिये अब लोगों को एकजुट होकर आगे आना होगा । जिस जंगल राज के खिलाफ जदयू वोट लेकर सत्ता में आयी थी आज उसी के गोद में बैठ कर खेल रही है ।