बिहार के औरंगाबाद शहर से तीन किमी दूर एनएच-दो पर देवघर से बाबा बैद्यनाथ के दर्शन कर लौट रहे कांवरियों से भरी बस में एक कंटेनर ने जोरदार टक्कर मार दी। इसमें नौ कांवरियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। एक ने मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। इस हादसे में 31 कांवरिये गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना स्थल पर अव्यवस्था से नाराज विधायक ज्योति रश्मि ने औरंगाबाद के एसपी पर चप्पल तान दी।
जख्मी कांवरियों के अनुसार, बस चालक नींद आने की बात कह कर बस को शिवम पेट्रोल पंप के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-दो के किनारे खड़ा कर दिया। इसके बाद कुछ कांवरिये बस के आगे गमछा व चादर बिछा कर सो गये, तो कई बस की छत पर सो गये. इसी दौरान पीछे से एक कंटेनर (ट्रक) ने बस में भीषण टक्कर मार दी। कंटेनर का अगला भाग बस के पिछले भाग में घुस गया। जोरदार टक्कर की वजह से बस चल पड़ी और अपने आगे सोये कांवरियों को कुचलते हुए खड्ढ में जा गिरी। बस के आगे जमीन पर सोये कांवरियों में पांच महिलाओं समेत नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. बस की छत पर सोये व पिछली सीट पर बैठे 32 कांवरिये गंभीर रूप से जख्मी हो गये। एक की मौत इलाज के लिए गया जाते समय रास्ते में हो गयी।
करीब एक घंटे बाद डेहरी के पूर्व विधायक व वर्तमान विधायक ज्योति रश्मि जोशी के पति प्रदीप जोशी भी घटनास्थल पर पहुंचे और शवों को बीच सड़क पर रख कर प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे वाहनों का चलना बंद हो गया। डीएम ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को ढाई लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिये जायेंगे। डेढ़ लाख रुपये आपदा राहत कोष और एक लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष के होंगे। डीएम ने बताया कि इस घटना में 31 लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। सभी जख्मी लोगों को 50 हजार रुपये इलाज के लिए मुआवजा के रूप में दिये जायेंगे। उधर घटनास्थल पर मृतकों के लिए ज्यादा मुआवजे की मांग कर रहीं डेहरी ऑन-सोन की विधायक ज्योति रश्मि की पुलिस से झड़प हुई, जिसके बाद उन्होंने एसपी उपेन्द्र शर्मा को चप्पल दिखाई।