ओम प्रकाश रावत ने आज नई दिल्ली में भारत के चुनाव आयुक्त के तौर पर अपना कार्यभार ग्रहण किया। श्री रावत 1977 बैच के मध्य रदेश कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। वह तीन अप्रैल 2012 से दिसंबर 2013 तक केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय में लोक उद्यम सचिव के पद पर रहे और वहीं से सेवानिवृत्त हुए थे।
उनका जन्म दो दिसंबर 1953 को उत्तर प्रदेश के झाँसी में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे। स्नातक तक की पढ़ाई झाँसी से करने के बाद उच्चशिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वह मध्यप्रदेश में जनसंपर्क आयुक्त, मुख्यमंत्री कार्यालय, उद्योग, आबकारी आदि विभागों के प्रमुख सचिव रहे। अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में उन्होंने नर्मदा घाटी विकास विभाग भी संभाला। आदिवासियों को भूमि अधिकार दिलाने संबंधी कानून का मध्यप्रदेश में सफलता पूर्वक क्रियान्वयन में श्री रावत को श्रेय जाता है। उन्हें वर्ष 2012 में सर्वश्रेष्ठ प्रशासनिक सेवक का प्रधानमंत्री का अवार्ड भी मिला है। उनका कार्यकाल दिसंबर 2018 तक होगा। इस दौरान बिहार, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, पुड्डुचेरी, असम, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर, गोवा, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव होंगे। उन्हीं के कार्यकाल में राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति के चुनाव होंगे।