बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सचिव रंजीत कुमार झा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी लालकिला से झूठा भाषण देने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं।
रंजीत झा ने कहा कि 15 अगस्त 2017 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी का भाषण लाल किले से हुआ। 2014 से ही जो उन्होंने नौजवानों, मजदूरों, उद्योगपतियों, महिलाओं से वायदे किए थे, उनमें से पूरा तो दूर, शुरुआत भी नहीं हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद 3 लाख करोड़ रुपए जो बैंकिग सिस्टम में नहीं थे, वो बैंकिग सिस्टम में आ गए। जबकि कांग्रेस पार्टी ने संसद के अंदर ये पूछा था कि कितना नोटबंदी के बाद कितना पैसा वापस बैंकिगसिस्टम में आये हैं तो सरकार के द्वारा ये बताया गया कि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया कहता है कि अभी गिनती जारी है। जबकि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने अलग से स्टेटमेंट दिया कि अभी गिनती खत्म नहीं हुई, पता नहीं कितने दशकों का ये काम है कि कितना समय लगने वाला है। जब रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने गिनती खत्म ही नहीं की, पैसा काउंट ही नहीं किया ,तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने 3 लाख करोड़ रुपए बैंकिग सिस्टम में आ गए हैं, ये कैसे कह दिया?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 1.75 लाख, 175 हजार करोड़ काला धन बैंक में जमा हुआ। जबकि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया कहता है कि हमारी गिनती जारी है। हमने अभी ये जारी नहीं किया है। इसमें काला धन कितना है और इसमें नकली करंसी कितनी है।
श्री झा ने कहा कि देश की जनता मोदी जी के इस झूठ के खेल को समझ चुकी है और दुबारा उनके झूठे वायदे और झांसे में नही आने वाली है, इसलिए मोदी जी को अपने इस झूठ के खेल को छोर कर आगे देश कि जनता और युवाओं के हित और कल्याण के लिए कार्य करने चाहिए।