किशनगंज में रातों रात बाढ़ का कहर भारी तबाही बन कर आ गया है. इससे जिले के कुल 18 लाख में से 15 लाख लोगों की जान सांसत में पड़ गयी है. दूसरी तरफ जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की सांसे भी फूल रही हैं.
किशनगंज के विधायक मोहम्मद आजादा पिछले 16 घंटे से इस बाढ़ में अपने घर में कैद हैं. उनका घर हालांकि कुछ ऊंचाई पर है इसके बावजूद उनके घर समेत शहर के हजारों घरों में पानी घुस आया है.
आजाद ने नौकरशाही डॉट कॉम को फोन पर बताया कि बिजली की लाइनें ध्वस्त हैं, पानी और खाने के लिए लोगों के पास कुछ नहीं है. घरों में पानी के कारण लोग खाना भी नहीं बना पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि तत्काल सहायता नहीं मिली तो लोगों की जान जाना तय है. आजाद ने कहा कि पिछले आठ घंटे में उन्होंने मुख्यमंत्री से अनेक बार बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं करायी जा रही है. आजाद ने कहा कि रात के एक बजे शहर में पानी घुसना शुरू हुआ है और जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
गौरतलब है कि नेपाल के तराई क्षेत्र और दार्जीलिंग में हुई भारी बारिश के बाद किशनगंज में बाढ़ से हालात बेकाबू हो रहे हैं. आजाद ने बताया कि सबसे ज्यादा परेशानी झुग्गियों में रहने वालों को हो रही है. उन्होंने कहा कि वह सरकार से अपील करते हैं कि अविलंब सहायता पहुंचाई जाये. मोहम्मद आजाद की परेशानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फोन पर बात करते हुए उन्होंने अचानक कहा कि वह बाढ़ से इतने परेशान हैं कि अब और बात नहीं कर सकते.
उधर जिला प्रशासन एसडीआरएफ की सहायता से मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है लेकिन जिस बड़े पैमान पर पानी शहर में घुसा है, उससे उसकी मदद काफी छोटी पड़ रही है. अभी तक की सूचना के अनुसार बाढ़ से किसी के हताहत की खबर नहीं लेकिन हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे हैं. पिछले छह घंटे में शहर में तीन से पांच फिट पानी बढ़ चुका है.