‘द न्यू बिहार: रीकिंडलिंग गवर्नेंस एंड डेवलपमेंट’ पुस्तक की रीलीज के अवसर पर मोनटेक सिंह अहलूवालिया ने बिहार की तारीफ करते हुए कहा कि इसने केंद्र के संसाधनों पर आश्रित होने के बजाए अपनी क्षमता का निर्माण किया. यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित था.
इस पुस्तक में खुद भी योगदान करने वाले योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोनटेक ने कहा कि बिहार ‘बीमारू’ राज्यों में शुमार था, लेकिन 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इसने देश के सभी राज्यों में सबसे ज्यादा वृद्धि हासिल की. उन्होंने कहा, ‘बिहार में वृद्धि दर बहुत ऊंचे स्तर पर पहुंची तो इसकी वजह संसाधन नहीं बल्कि कुशल प्रबंधन से वह आगे बढ़ा है.
‘द न्यू बिहार: रीकिंडलिंग गवर्नेंस एंड डेवलपमेंट’ को नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने लिखा है.
पुस्तक में योगदान करने वाले अहलूवालिया ने कहा, ‘दअसल सभी बीमारू राज्य अब बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.’ बीमारू राज्य बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश हैं. बीमारू एक प्रतीकात्मक शब्द है जिसमें सबसे पिछड़े राज्यों के नामों के अंग्रेजी वर्णमाला के पहले अक्षरों को लेकर रखा गया है. यह हिंदी शब्द ‘बीमार’ से बना है.
कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव मौजूद थे. पैर की उंगली तूटने के कारण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस आयोजन में शामिल नहीं हो सके.