केंद्र सरकार में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेसी खेमे के राज्यपालों के इस्तीफे की झड़ी लग गयी है. मंगलवार को उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और असम के राज्यपालों ने अपने पद से इस्तीफे दिए.
सबसे पहले इस्तीफा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बीएल जोशी ने दिया. बस आगे क्या था, देखते ही देखते कर्नाटक और असम के राज्यपालों के भी इस्तीफे की खबरें आ गयीं.
हालांकि जी मीडिया के आलोक कुमार राव के अनुसार यूपी के राज्यपाल बीएल जोशी ने पहले इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था. पर बाद में उनके सामने कोई और विकल्प नहीं था.
कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज और असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया. जबकि असम के राज्यपाल जेबी पटनायक ने अपने इस्तीफे की खबरों को अफवाह बताते हुए पूछा है कि मैं इस्तीफा क्यों दूं?
जी न्यूज के अनुसार केंद्र सरकार ने छह राज्यपालों को इस्तीफा देने के लिए कहा था.इस बीच, राजस्थान की राज्यपाल माग्रेट अल्वा ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की है. खबर है कि वह भी जल्द इस्तीफा सौंप सकती हैं.
कई दिनों से खबरें आ रही हैं कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को जिन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, उन्हें राज्यपाल बनाया जा सकता है. भाजपा मुरली मनोहर जोशी, लालजी टंडन, केसरीनाथ त्रिपाठी, वीके मल्होत्रा, कल्याण सिंह, शांता कुमार और बीसी खंडूरी यशवंत सिन्हा आदि को विभिन्न राज्यों का राज्यपाल नियुक्त कर सकती है.