जमुई के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के डढ़वा पंचायत अंतर्गत मझलिटिल्हा गांव में अज्ञात अपराधियों ने पूर्व नक्सली सदस्य विवेक यादव की हत्या शुक्रवार अहले सुबह करीब सात बजे बम मारकर कर दी.
मुकेश कुमार सिंह
विवेक यादव की हत्या कर दिए जाने की खबर चकाई में आग की तरह फेल गई. विवेक यादव पर नक्सली संगठन के लिए भी काम करने का आरोप है,चंद्रमंडीह थाने में नक्सली धारा के तहत दो हत्या कांड दर्ज है.विवेक यादव चंद्रमंडीह थाना के ठाड़ी पंचायत के बिशोदाह का रहने वाला बताया जाता है.
विवेक यादव ठाडी बिशोदाह के स्वर्गीय दामोदर यादव के पांच पुत्रों में से तीसरे नंबर का बताया जाता है.नाम ना छापने के शर्त पर विशोदह के एक ग्रामीण ने बताया की पांचवी जमात तक पढ़ा विवेक समाज की मुख्य धारा से बचपन से हटकर चलने का आदी रहा था.इसलिए शायद युवावस्था में नक्सल संगठन का सदस्य बनकर दूसरे की हत्या करने लगा.
पहली बार उसपर हत्या का आरोप 2006 में चंद्रमंडीह थाना कांड 16/06 में बमदह निवासी तत्कालिन चोकीदार बासो पासवान की हत्या का आरोप लगा.दूसरी बार विवेक पर नक्सली हत्या का आरोप वर्ष 2007 में बामदह में समीर वर्णवाल एव उमेश वर्णवाल का हत्या का आरोप लगा.उस मामले में भी विवेक पर 77/07 हत्या कांड का मुकदमा चंद्रमंडीह थाने में दर्ज है.
विदित हो की कालांतर में भी वह इन हत्या कांड में गिरफ्तार होकर जमुई जेल जा चूका था.और एक बार जमुई जेल से फरार भी हो गया था. पुलिस ने दोबारा जेल भेज दिया था.वहां से वह सजा काटकर कुछ दिनों पहले निकला था.
जेल से निकलने के बाद विवेक अपना निवास स्थान देवघर बना रखा था.वही से ठाडी आना जाना करता था.शुक्रवार सुबह सात बजे वह डढ़वा पंचायत के धवाना गांव के आगे मझलिटिल्हा गांव ताड़ी पीने गया था.जहाँ पर पहले घात लगाये अज्ञात अपराधियों ने विवेक यादव को बम मार कर हत्या कर दी.