नवादा के वारिसअलीगंज में कथित तौर पर अखिलेश सिंह व समर्थकों द्वारा शादी समारोह में ताबड़-तोड़ गोलियां चलाने और विकास यादव व सकीलदीप यादव को अगवा करके अधमरा करने की घटना के बाद इलाके में दहशत है.
घटना मंगलवार की है जब दरियापुर गांव में 20 की संख्या में लोग राइफलों के साथ घुस आये और सकलीदीप यादव व विकास यादव के घरों के दरवाजे तोड़ कर उन्हें बेरहमी से पीटा गया. इतना ही नहीं विकास यादव को अगवा कर ले जाया गया और उनकी बेरहमी से पिटाई करके अधमरा कर दिया गया. इस मामले में भाजपा की स्थानीय विधायक अरुणा देवी के पति अखिलेश सिंह समेत 20 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
इस बीच जद यू नेता कौशल यादव ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वह वारिअसली गंज को दोबारा 1996 की स्थिति में लौटने नहीं देंगे.
गौर तलब है कि 1996 में इलाके में भीषण जातीय उन्माद की स्थिति थी जिस दौरान अनेक लोगों की जान जा चुकी है. सन 2000 के दशक में अखिलेश सिंह और अशोक महतो गिरोह के बीच भीषणा दुश्मनी चली थी इस दौरान दर्जन भर से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी थी.
कौशल यादव ने कहा है कि क्षेत्र में किसी भी कीमत पर कुशासन नहीं फैलने देंगे. उन्होंने कहा कि 14 मई को जद यू जिला कमेटी की बैठक बुलाई गयी है. उसी दिन हम इस संबंध में निर्णय करेंगे कि आगे की कार्रवाई क्या हो. कौशल ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया कि बैठक के बाद एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर स्थिति से अवगत कराया जायेगा.
श्रीयादव ने कहा कि करीब 20 की संख्या में रहे अपराधियों ने तांडव मचाया। महिलाओं को भी नहीं बख्शा। घर में घुसकर मारपीट की गई। युवक को अगवा कर बुरी तरह से पीटा गया। गांव के लोग दहशत में हैं। उन्होंने कहा कि हम वारिसलीगंज को 1996 की स्थिति में पहुंचने नहीं देंगे। उन्होंने भाजपा नेता अखिलेश सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो जदयू जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक प्रदीप कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर घटना से अवगत कराएगा.