सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता ने केन्द्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह पर संविधान का अनादर करने का आरोप लगाते हुए प्रधानंमत्री से तत्काल उन्हें अपने मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।
श्री मेहता ने पटना में कहा कि केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह विवादित बयान देकर देश में आपसी सदभाव व प्रेम को बिगाड़ना चाहते है। केन्द्रीय मंत्री विवादित बयान देकर बार-बार संविधान का भी अनादर कर रहे है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश की छवि को धूमिल करने वाले अपने मंत्रिमंडल सहयोगी को हटाने की मांग की। सहकारिता मंत्री ने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर बिहार के साथ सौतेलापन व्यवहार कर रही है। इसका उदाहरण मनरेगा और इंदिरा आवास जैसे केन्द्र प्रायोजित योजनाओं की धनराशि में कटौती करना है।
श्री मेहता ने बिहार में मछली उत्पादन के क्षेत्र में असीम संभावनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि सूबे को मछली उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिये मत्स्य पालन को सहकारिता संस्थान से जोड़ा जायेगा। धान अधिप्राप्ति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार सरकार ने किसान डेटाबेस के आधार पर किसानों से धान की खरीद कर रही है। सहकारिता मंत्री ने बताया कि अगले साल 31 मार्च तक बिहार में करीब 30 लाख मिट्रिक टन धान की खरीद की जायेगी। उन्होंने यह भी बताया कि बिचौलियों पर अंकुश लगाने के लिए विभाग ने एक उड़न दस्ता बनाया गया है जो जिलों में जाकर धान खरीद की पूर्ण जानकारी प्राप्त करेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के करीब साढ़े आठ हजार पैक्सों के माध्यम से किसानों के धान खरीदे जा रहे है जिसमें प्रत्येक किसानों का सौ क्विंटल से अधिक धान नहीं लिया जायेगा।