श्री गुरु गोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाशोत्सव को लेकर पटना सिटी में जहां दिन-रात का फर्क मिट गया है वहीं सड़कों पर देर रात तक चहल-पहल बनी रह रही है । पटना सिटी स्थित तख्त श्री हरिमंदिर साहिब और उसके आसपास के इलाकों में बिजली की जगमगाहट और तोरणद्वारों से खूबसूरती देखते ही बन रही है ।
हरमंदिर साहिब को रंग-बिरंगी बल्बों से इस तरह से सजाया और संवारा गया है कि आने वाले श्रद्धालुओं की नजरें दूर से ही उस ओर चली जा रही हैं । इसी तरह गुरु की क्रीड़ा स्थल बाल लीला गुरुद्वारा को भी सजाया-संवारा गया है, जहां के मनोरम छटा को देखकर श्रद्धालु रोमांचित हो रहे हैं । यहां रंगीन फब्बारा और कई तरह के फूल के पौधे लगे हैं, जो सुंदरता में चार चांद लगा रहे है। श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए नवनिर्मित भवन में 81 कमरे हैं, जो सभी वातानुकूलित हैं । यहां प्रकोशोत्सव के दौरान भव्य आतिशबाजी की व्यवस्था की गयी है । प्रकाशोत्सव के मौके पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का जत्था पहले गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु का आशीर्वाद लेते हैं और इसके बाद पटना साहिब के कंगन घाट स्थित टेंट सिटी की ओर बढ़ जा रहे हैं । गंगा नदी के किनारे कंगन घाट पर इन दिनों मरीन ड्राइव का नजारा मिल रहा है।
कंगन घाट पर साफ-सफाई और गंगा की लहरों पर घूमने के लिए स्टीमर और नौकाएं श्रद्धालुओं को खूब भा रही है । नौकाओं पर सवार श्रद्धालु वाहे गुरु का नारा लगाते हुए गंगा की सैर का आनंद उठा रहे है। पक्की सड़क और बिजली की जगमगाहट से रात और दिन का फर्क मिट गया है । गंगा किनारे लगी अस्थायी दुकानों में लोग पानीपुरी, भेलपुरी और जूस का भी पूरा मजा ले रहे हैं ।
वहीं पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बनाये गये टेंट सिटी को अस्थायी गुरुद्वारा का रुप दिया गया है । गांधी मैदान में 30 दिसम्बर से आम लोगों का प्रवेश शुरु हो जायेगा । गांधी मैदान गुरु की नगरी बन गयी है जहां अस्थायी गुरुद्वारा के साथ ही लंगर के तीन बड़े हॉल और कई जोडा घर बनाये गये है । गांधी मैदान की रौनक इन दिनों देखते ही बन रही है और रामगुलाम चौक स्थित प्रवेश द्वार गुरुद्वारे का एहसास दिला रहा है ।