स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने गुरुपूर्णिमा के अवसर पर विश्व के सभी शिष्यों की ओर से गुरुओं को चरणस्पर्श और प्रणाम किया है.
तेज प्रताप यादव ने कहा गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है, जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण हमारे इतिहास में दर्ज हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने फेसबुक पर लिखे अपने संदेश में कहा है कि जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, वैसे ही गुरु-चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शान्ति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है।
गौरतलब है कि आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. तेज प्रताप यादव ने लिखा है कि इस दिन गुरु पूजा का विधान है और शास्त्रों में बताया गया है की अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ‘गुरु‘ कहते है.
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने संदेश के अंत में लिखा है-|
गुरु ब्रह्मा गुरुर्विष्णु: गुरुदेव महेश्वर:।
गुरु साक्षात्परब्रह्म तस्मैश्री गुरुवे नम:।।