वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत पंजीकृत करदाताओं की संख्या बढ़कर 95 लाख के करीब पहुँच गयी है और समय पर रिटर्न भरने वालों के प्रतिशत में भी लगातार इजाफा हो रहा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज जीएसटी परिषद् की 30वीं बैठक के बाद बताया कि पिछले साल जुलाई में जीएसटी के तहत पंजीकृत करदाताओं की संख्या 74,61,214 थी जो बढ़कर इस साल जुलाई में 94,70,282 पर पहुँच गयी।
उन्होंने बताया कि जुलाई 2017 के लिए 51.40 प्रतिशत करदाताओं ने तय तिथि के भीतर रिटर्न दाखिल किया था। वहीं, इस साल जुलाई के लिए 67.99 प्रतिशत करदाताओं ने रिटर्न दाखिल किया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल के लिए 63.95 प्रतिशत, मई के लिए 61.60 प्रतिशत और जून के लिए 62.67 प्रतिशत करदाताओं ने समय से जीएसटी रिटर्न भरा था।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित राज्यों की आर्थिक मदद के लिए अतिरिक्त कर लगाने की संभावना और तौर-तरीकों पर विचार के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने एक सात सदस्यीय मंत्रियों के समूह का गठन किया गया है। वित्त मंत्री सुशील मोदी को समूह का संयोजक बनाया गया है। समूह अन्य सदस्य असम के वित्त मंत्री हिमंता विश्वास, केरल के वित्त मंत्री टी.एम. थॉमस, महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुंगातिवर, ओडिशा के वित्त मंत्री शशिभूषण बेहरा, पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत हैं।