पर्यावरण मंत्रालय में अतरिक्त सचिव हेम कुमार पांडेय के साथ आखिर एक झटके में क्या हुआ कि वह अपने साथियों से दस साल जूनियर हो गये?
सरकारी आदेश में पांडे को 1992 बैच का आईएएस दिखाया गया है जबकि वह 1982 बैच के हैं. इस तरह की गलतियां हालांकि यदाकदा ही होती हैं. फिर भी यह हैरत में डालने वाली भूल है क्योंकि इस आदेश को नियुक्ति समिति द्वारा अनुमोदित किया जाता है. इस समिति के प्रधानमंत्री स्वंय अध्यक्ष होते हैं.
28 जनवरी को पास किये गये आदेश के अनुसार 1990 बैचे के आईएएस अधिकारी रविशंकर प्रसाद को वन एंव पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रपू में नियुक्त किया गया है जो पांडे की जगह लेंगे. जब कि तथ्य यह है कि पांडे इस मंत्रालय में 2008 में संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किये गये थे. दूसरी बात यह है कि 1992 बैच का कोई अधिकारी केंद्र में अतिरक्त सचिव के पद पर नहीं नियुक्त हो सकता है.
लेकिन इस मानवीय भूल तक तो बात एक हद तक मानी जा सकती थी पर हैरत तो तब हुई जब संबंधित आदेश की प्रति तमाम प्रधान सचिवों के अलावा प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव पोलोक चटर्जी और वन एंव पर्यावरण सचिव वी राजगोपालन को भी भेज दी गई.