तलाक बिल के खिलाफ देश भर में मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. पिछले एक महीने में बिहार के 12 जिलों में हजारों की संख्या में महिलायें सड़कों पर उतरके अपना विरोध दर्ज करा चुकी हैं. इसी क्रम में बीते दिन पकड़ीबरावां में हजारों महिलाये सड़कों पर आ गयीं.
पकड़ीबरावां में मुस्लिम महिलाओं ने तलाक बिल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया और मांग उठाई कि सरकार शरीयत में हस्तक्षेप करने की साजिश करके हमारी तहजीब पर हमला कर रही है.
महिलाओं ने इस सिलसिलमें एक मेमोरेंडम जिलाधिकारी को पेश किया. इसके बाद बागीचा मैदान में एक सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें तीन तलाक बिल के खिलाफ लोगों ने अपनी राय रखी. इस अवसर पर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना आजाद ने कहा कि तिन तलाक बिल के बहाने सरकार शरीअत में जबर्दस्ती हस्तक्षेप कर रही है.
याद रहे कि तीन तलाक बिल लोकसभा में पास हो चुका है और इसे राज्यसभा से पास किया जाना बाकी है.
इस अवसर पर मुफ्ती अजीम, कारी असगर, मुफ्ती नौशाद कासमी ने अपनी बातें रखीं और कहा कि हम केंद्र सरकार को उसके मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे. पिछले एक महीने में बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर समेत दर्जनों शहरों में हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने तलाक बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया है. आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड और अन्य मुस्लिम संगठनों की पहल पर देश भर में ऐसे प्रदर्शनों का सिलसिला चल रहा है. इसी क्रम में इमारत शरिया ने आगामी 15 अपैल को दीन बचाओ देश बचाओ कांफ्रेंस का आयोजन किया है. जिसमें लाखों लोगों के जुटने की संभावना है.
ध्यान रहे कि तलाक बिल तीन तलाक देने वाले को सजा का प्रावधान है.