नीतीश काल की महा लूट में अफसरों का महा निलम्बन
नीतीश काल के 16 वर्षों में अरबों रुपए की बालू लूट मामले में अबतक की बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 एसपी, 4 डीएसपी और एक एसडीएम समेत 3 राजस्व पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार के शासनकाल में उच्च पदों पर बैठे अफसरों का इतनी बड़ी संख्या में एक साथ निलंबन हुआ है।
सरकार ने इससे पहले भी इस मामले में 41 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किया है। सरकार ने भोजपुर के तत्काली एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरिका समेत चार डीएसपी जिसमें तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनूप कुमार और संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
वहीं एक एसडीएम सुनील कुमार को भी निलंबित कर दिया है. इसके अलावा इसी मामले में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने तीन प्रभारी अंचल अधिकारी जिसमें कोईलवर के तत्कालीन प्रभारी अंचल अधिकारी अनुज कुमार, पालीगंज के तत्कालीन प्रभारी अंचल अधिकारी राकेश कुमार और वरुणा औरंगाबाद के तत्कालीन प्रभारी अंचल अधिकारी बसंतराय को निलंबित कर दिया है.
नीतीश काल के 16 वर्षों में अरबों की बालू लूट मामले में अबतक की बड़ी कार्रवाई में 2 एसपी, 4 डीएसपी और एक एसडीएम समेत 3 राजस्व पदाधिकारियों को निलंबित गया है।
परिवहन विभाग ने इस मामले में भोजपुर के एमवीआई अधिकारी विनोद कुमार को अवैध बालू खनन से जुड़े लोगों से सांठगांठ के चलते निलंबित किया है.
इसी मामले में खनन विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार पर कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही खनन विभाग ने दो खनन पदाधिकारियों की सेवा सहकारिता विभाग को वापस करते हुए उन्हें निलंबित किए जाने की अनुशंसा की गई