मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास के संकल्प को दुहराते हुए आज कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ होने के बाद से ही उनकी सरकार की प्रतिबद्धता हर तबके और हर इलाके के विकास की रही है।
श्री कुमार ने आज स्व. देवेन्द्र राय की तीसरी पुण्य तिथि के मौके पर राजधानी पटना के सगुना मोड़ स्थित मां लक्ष्मी भवन में स्व. राय उर्फ नन्कुट पहलवान की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता शुरू से रही है, जिसका अर्थ है हर तबके और हर इलाके का विकास। बिहार की बागडोर संभालने के बाद समाज में व्याप्त कठिनाइयों को दूर करने का हरसंभव प्रयास किया गया। इस कड़ी में पूरे बिहार में आवागमन को सुगम बनाने के लिए सड़क, पुल-पुलियों का निर्माण, स्कूलों की व्यवस्था के साथ ही हर क्षेत्र में विकास के काम किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा, “वर्ष 2005 में सत्ता संभालने के बाद हमने आकलन कराया तो पता चला कि 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर हैं, जिनमें अधिकांश बच्चे महादलित और अल्पसंख्यक परिवार से थे, उन्हें स्कूलों तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। गरीबी के कारण माता-पिता अपने बच्चों को इंटरमीडिएट से आगे की पढ़ाई करा पाने में अक्षम थे, जिसके कारण 12वीं से आगे की पढ़ाई करने वाले बच्चों का बिहार में औसत 13.9 प्रतिशत था, जबकि राष्ट्रीय औसत 24 प्रतिशत है, जिसे देखते हुए हमने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत इंटरमीडिएट से आगे की पढ़ाई करने वाले बच्चों को 4 लाख रूपये तक का ऋण मुहैया कराने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि योजना के प्रति बैंको के असहयोगात्मक अपनी विचारधारा के रवैये को देखते हुए राज्य सरकार ने शिक्षा वित्त निगम गठित कर इस योजना का लाभ विद्यार्थियों को देना शुरू किया है, जिसका लाभ अब आसानी से जरूरतमंद विद्यार्थी ले रहे हैं।