समाजवादी नेता व पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी का आंकलन है कि उत्तर प्रदेश में भी भाजपा तीसरे स्थान पर आ सकती है।पंजाब में तो अकाली गठबंधन के साथ भाजपा तीसरे स्थान पर दिखाई दे रही है।बल्कि दहाई अंक में उसका आना मुश्किल नजर आ रहा है।
श्री तिवारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र आज भी नोटबंदी की मार झेल रहा है।जिस प्रकार प्रधानमंत्री ने नोटबंदी को ग़रीब-अमीर की लड़ाई के रूप में पेश किया था उससे ग़रीबों के मन में आशा जगी थी। उनको लगा था कि मोदी जी नोटबंदी के ज़रिए अमीरों का छिपा कालाधन बाहर निकाल लाएँगे।उसमें उनको भी हिस्सा मिलेगा।लेकिन नोटबंदी का नतीजा ग़रीबों और किसानों के लिए अभिशाप बन गया है।
उन्होंने कहा कि ग़रीबों का काम छूट गया है।पेट भरना उनके लिए आज समस्या है।किसानो को उनकी उपज का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है।नक़दी का संकट कब तक समाप्त होगा इसका जवाब प्रधानमंत्री नहीं दे रहे हैं।
शिवानंद तिवारी ने जोर देते हुए कहा कि भाजपा के अंदर की हालत भी बहुत ख़राब है।बाहरी लोगों को पार्टी नेतृत्व ने जिस प्रकार प्रतिष्ठित किया है उससे समर्पित कार्यकर्ताओं गहरा असंतोष है।दूसरी ओर प्रधानमंत्री जी की पिटिपिटाई बातें लोगों में भरोसा पैदा नहीं कर पा रहीं हैं।ऐसे में भाजपा की जीत की संभावना तो दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही है।तीसरे स्थान पर उसके चले जाने पर आश्चर्य नहीं होगा।