सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरुगोविन्द सिंह के 350वें प्रकाश पर्व के मौके पर देश-विदेश से आये लाखों श्रृद्धालुओं को गुरुजी के जीवन पर बनी फिल्मों के साथ सिक्ख संस्कृति को केन्द्र में रख कर बनी पंजाबी और हिन्दी फिल्में भी देखने के लिए मिलेगी। बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम और कला संस्कृति विभाग, बिहार के संयुक्त तत्वावधान द्वारा गुरुजी के 350वें प्रकाश पर्व के मौके पर प्रकाश पर्व फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। तीन और चार जनवरी को आयोजित इस फिल्म महोत्सव में कुल छह फिल्में दिखायी जाएंगी।
महोत्सव का उद्घाटन पंजाबी क्लासिक फिल्म ‘नानक नाम जहाज है’ के साथ होगी। पहले दिन सिक्ख गुरु के जीवन पर केंद्रित फिल्म ‘चार साहेबजादे’ तथा पंजाबी संस्कृति को प्रदर्शित करती ‘मेरा पिंड’ दिखायी जाएगी। रमा माहेश्वरी की फिल्म ‘नानक नाम जहाज है’ में पृथ्वीराज कपूर और आई एस जौहर जैसे सितारो ने काम किया है । फिल्म की सफलता ने लगभग गुमनामी में आ चुके पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री को एक नया जीवन दिया था।
उधर, प्रकाश पर्व के मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री शिवचंद्र राम ने प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुये कहा कि गुरू जी के प्रकाशोत्सव का आयोजन कर बिहार की धरती गौरवान्वित महसूस कर रही है। बिहार का सौभाग्य है कि गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म यहां की माटी में हुआ । इस छाया प्रदर्शनी में गुरू गोविंद सिंह जी के जीवन, उनके द्वारा किए गए सामाजिक कल्याण कार्यों और शिक्षाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही सिख धर्म के पुनर्रोद्धार में उनके योगदान को इस छाया प्रदर्शनी दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज से शुरू हुयी यह प्रदर्शनी आगामी पांच जनवरी तक चलेगी।