बरौनी थर्मल पावर, कांटी थर्मल पावर व एनपीजीसीएल नवीनगर एनटीपीसी के हस्तांतरण किया जायेगा. इसको लेकर आज ऊर्जा विभाग की बैठक में विस्तार से चर्चा की गई. एक अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में इस हस्तांतरण से बिहार को होने वाले फायदे पर भी विस्तृत चर्चा की गई और इससे बिहार को होने वाले फायदे पर भी बात हुई. इससे पहले ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा एक पीपीटी भी बैठक में प्रजेंट किया.
नौकरशाही डेस्क
बैठक में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड के जेनरल एसेट, एनटीपीसी को हस्तांतरित करने के संबंध में एक विस्तृत प्रपोजल दिया गया था, जिस पर विस्तार से चर्चा की गई. वहीं, बैठक में ये भी कहा गया कि एनटीपीसी से उत्पादित होने वाली बिजली का उपयोग बिहार में ही किया जायेगा. इसके अलावा बैठक में मुख्यमंत्री को एनटीपीसी बाढ़ को कोयला आपूर्ति के लिए कोडरमा से राजगीर के लिए रेल लाइन की विस्तारीकरण के बारे में भी बताया गया.
बैठक में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजनान्तर्गत हर घर बिजली कनेक्शन निश्चय योजना की आद्यतन रिपोर्ट भी रखी गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने दिसंबर 2017 के अंत तक हर बसावट तक बिजली पहुंचाने का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री के समक्ष लखीसराय के कजरा और भागलपुर के पीरपैंती में एनटीपीसी द्वारा सोलर प्लांट लगाने के संबंध में जानकारी दी गई. वहीं इस बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र कुमार यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, मनीष कुमार वर्मा समेत एनटीपीसी के प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया.