बिहार की बेटी निशानेबाज श्रेयसी सिंह ने रविवार को ग्लास्गो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम में महिला डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता है। श्रेयसी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व दिग्विजय सिंह और बांका की पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की बेटी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतनेवाली वह बिहार की संभवत: पहली खिलाड़ी हैं।
22 वर्षीय श्रेयसी ने महिला डबल ट्रैप स्पर्धा के फाइनल में 92 अंक के साथ रजत पदक जीता। स्वर्ण पदक विजेता इंगलैंड की चार्लेट केरवुड ने 94 शाट सही निशाने मारे। इंगलैंड की ही रेशेल पारिश 91 अंक के साथ कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। स्पर्धा में हिस्सा ले रही एक अन्य भारतीय 20 वर्षीय वर्षा बर्मन 88 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी की प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल करने वाली श्रेयसी ने जीत के तुरंत बाद दिल्ली में रह रही अपनी बड़ी बहन मानसी सिंह को फोन किया और चिल्लाकर कहा- दीदी मैं जीत गई।
मानसी सिंह ने कहा कि श्रेयसी ने ही उन्हें फोन पर जीत की सूचना दी और कहा कि अब वह अपना सारा ध्यान कल निशानेबाजी के लिए होने वाली सिंगल प्रतिस्पर्धा के लिए केन्द्रित कर रही है। मानसी सिंह ने कहा कि श्रेयसी अपनी जीत से एकदम आनंदित थी और वह बात करने से ज्यादा चिल्ला रही थी। मानसी सिंह ने कहा कि जब आपका छोटा भाई या बहन कोई बड़ी सफलता हासिल करता है तो आप कल्पना ही कर सकते हैं कि आप कैसा महसूस करेंगे। मानसी सिंह ने बताया कि श्रेयसी की जीत के बाद मां ने भी उनसे बात की, लेकिन बात करते-करते उनकी आंखों से आंसू आ गये। श्रेयसी बिहार स्टेट राइफल एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करती हैं। मानसी सिंह के अनुसार, दोनों बहनों की पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में हुई है, लेकिन उन्हें बिहारी होने का गर्व है और वे लोग साल में कम से कम तीन बार तो बिहार जाते ही हैं।
श्रेयसी ने कहा कि 2010 कॉमनवेल्थ में पदक नहीं जीत पाई। इस बार मैंने कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी इटली में की, जिससे मेरे प्रदर्शन में निखार आया। इस सफलता के लिए मैं फेडरेशन और सरकार का भी धन्यवाद करना चाहती हूं।