नोटबंदी के प्रकोप को बिहार सरकार ने भी स्वीकार कर लिया है. सरकार ने कहा है कि नोटबंदी के चलते टैक्स कोलेक्शन पर भारी असर पड़ेगा.
गुरुवार को विधान सभा में वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि नोटबंदी से राज्यों की आर्थिक व्यवस्था को भारी नुकसान होगा. सिद्दीकी ने यह भी कहा कि नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था में मंदी आयेगी.
उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियां कम होंगी तो टैक्स कोलेक्शन में कमी आयेगी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की मार तो राज्य सहेगा ही साथ ही केंद्र द्वारा फंडिंग पैटर्टन बदलने के कारण केंद्रीय योजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी इसका नुकसान भी राज्यों को उठाना पढ़ेगा.
गौरतलब है कि आठ नवम्बर को केंद्र सरकार ने अचानक हजार व पांच सौ के नोट पर बैन लगा दिया जिसके कारण नये नोटों की भारी किल्लत हो गयी जिसका असर उपभोक्ताों छोटो उद्योगों और कामगारों पर पड़ रहा है. इस कारण लोगों की खरीद क्षमता प्रभावित हुई है और लोगों में बेरोजगारी बढ़ी है.