बिहार में शिक्षा कि हालत काफी खराब है .शिक्षा में सुधार के लिए खजाना का मुंह खोलना ही होगा .समान वेतन नहीं देने से काम नहीं होगा. झूठी बातें बोलकर ठगने का प्रयास नहीं चलेगा.
संवादाता- संजय कुमार
बिहार शरीफ
रविवार को उपरोक्त बातें रालोसप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय शिक्षा राज्य मत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कल राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में चल रहे युवा लोक समता के दो दिवसीय युवा राजनीतिक प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं.
श्री कुशवाहा ने कहा कि बिहार में कांटेक्ट पर शिक्षक बहाली तो ठीक है, पर नियोजित शिक्षकों को उचित वेतन देना होगा. रालोसप पिछले कुछ बरसो से बिहार में लगातार शिक्षा सुधार के लिए आंदोलन चला रही हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय के लिए भारत सरकार के पास पूरे देश से 200 प्रस्तावों के आवेदन आए .परंतु ,बिहार से मात्र दो प्रस्ताव आयी.वह भी उनके लोकसभा क्षेत्र से और वह भी उनकी पहल के बाद. श्री कुशवाहा ने केंद्रीय विद्यालय व जवाहर नवोदय विद्यालय का उदाहरण देते हुए कहा कि जब यह सरकारी विद्यालय बेहतर तरीके से चल सकते हैं. तो बिहार के सरकारी स्कूल भी क्यों नहीं चल सकते हैं.
कुशवाहा ने कहा कि सूबे की सरकार शिक्षा में सुधार के लिए पूरी तरह से निष्क्रिय हैं .इतना ही नहीं पहले से बने कई विद्यालयों को अब तक जमीन उपलब्ध नहीं कराई जा सकी हैं.