भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर पश्चिम बंगाल के मालदा में पिछले दिनों हुई हिंसा की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सह प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह और महासचिव भूपेंद्र यादव शामिल थे। श्री विजयवर्गीय ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मालदा की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग गृह मंत्री से की है।
उन्होंने कहा कि यह केवल राज्य का मामला नहीं है बल्कि देश की आतंरिक सुरक्षा का मामला है। वहां नशीले पदार्थों और नकली नोटों की तस्करी आम है। राज्य सरकार इसमें शामिल असामाजिक तत्वों को संरक्षण दे रही है। इस गोरखधंधे में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े नेता भी शामिल हैं। पार्टी की इस संबंध में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मिलने की योजना है। श्री यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम भी मानते हैं कि यह साम्प्रदायिक घटना नहीं है लेकिन यह राज्य सरकार के शासन की विफलता है।
उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से अनुरोध किया कि हमें शांति समिति से मिलने दिया जाये लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गयी। राज्य सरकार ने आज तक इस बात का जवाब नहीं दिया कि इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे कैसे हो गये। उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री ने इस घटना का व्यक्तिगत रूप से संज्ञान नहीं लिया है और राज्य सरकार सच्चाई छिपाने के लिये इस घटना पर पर्दा डाल रही है तथा सबूत नष्ट करने में जुटी है। गृह मंत्री ने हमारी बातें गंभीरता से सुनी और उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।