यह सुशील कुमार मोदी ही है जिन्होंने ने मंत्रिपद गंवाने के बाद बिहार भाजपा से प्रस्ताव पास करवा कर कहा था कि नरेंद्र मोदी को जल्द ही प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाये.
अब सुशील मोदी लाल कृष्ण आडवाणी के इस तरह विरोध में आ गये हैं कि उनकी वरिष्ठता का भी ख्याल नहीं रख रहे हैं. उन्होंने इशारों में आडवाणी के लिए ट्विटर पर लिखा है कि ‘राजनीति एक ऐसा पेशा है जहां लोग अपने अंतिम समय तक कुछ पाने की हसरत रखते हैं. मंत्रीपद किसी भी मरे हुए राजनेता में नई जान फूंक सकता है”.
सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर पर लिखा है कि आडवाणी जी जनता का मूड भांपने में नाकाम रहे.
वह ट्वीट करते हैं, “आडवाणी जी जनता का मूड भांपने में नाकाम रहे हैं. आडवाणी जी ने अटल जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था. उन्हें अब नरेंद्र मोदी का नाम भी वैसे ही घोषित करना चाहिए.”
सुशील मोदी ने यह ट्वीट तब किया है जब बीजेपी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारी को लेकर मोदी के नाम के खिलाफ आडवाणी अड़े हुए हैं.
नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी में अब आडवाणी का खुला विरोध दिखने लगा है.