बीएसएएससी परीक्षा घोटाला में एक नये खुलासे से पता चला है कि न सिर्फ इसमें कुछ नौकरशाहों का चेहरा बेनकाबा हुआ है बल्कि जदयू के साथ भाजपा और राजद के विधायकों और मंत्रियों ने भी इस घोटाले में हाथ धोये.
ईटीवी बिहार ने दावा किया है कि इस घोटाले में राजद कोटे से मंत्री आलोक मेहता, राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, भाजपा विधायक सुरेश कुमार शर्मा विधि मंत्री कृष्णंदन वर्मा, जदयू विधायक रामबालक सिंह के नाम शामिल हैं. इन सबके बारे में चैनल का दावा है कि उन्होंने नौकरी के लिए पैरवी की थी. चौनल का दावा है कि उसके पास पुख्ता सुबूत भी है.
उधर इस मामले में डीआरडीए के निदेशक अवधेश राम ओएसडी शंकर प्रसाद के नाम भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि इस खुलासे के बाद विपक्षी दल के तेवर में नरमी आयेगी. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि जब नौकरशाही, से ले कर विधायका तक और सरकार के मंत्री तक सब इस में शामिल हैं तो अब एक राजनीतिक तूफान मचना स्वाभाविक है.
याद रहे कि परीक्षा पेपर लीक मामले में आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार और सचिव परमेश्वर राम पहले ही गिरफ्तार हो चुके है.