भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा और झारखंड की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड में भी आरएसएस प्रचारक को मुख्यमंत्री का ताज सौंपने का फैसला किया है. अमित शाह के करीबी त्रिवेंद्र सिंह रावत के बारे आइए जानते हैं.trivendra-singh.rawat
नौकरशाही ब्यूरो
त्रिवेंद्र सिंह रावत को भाजपा आला कमान ने दो दिन पहले ही बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार रहने को कहा था. रावत अमितशाह के काफी करीबी माने जाते हैं. वह 1983 से 2002 तक संघ में काफी सक्रिये रहे. पहले वह उत्तराखंड रीजन के आरएसएस संगठन सचिव रहे फिर 2000 में राज्य गठन के बाद समूचे उत्तराखंड के सचिव बने.
शाह जब 2014 चुनाव के दौरान यूपी में सक्रिय थे तो उन्होंने रावत को उपप्रभारी बनाया था. रावत की मेहनत भी यूपी में भाजपा की जीत के लिए माना जाता है. रावत को इसके बाद झारखंड भाजपा का प्रभारी बनाया गया था तब वहां भाजपा सत्ता में आयी थी.
पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत करने वाले रावत ने  देहरादून की डोईवाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को  हराया था. रावत उत्तराखंड में कृषि मंत्री के अलावा नामामि गंगे समिति का नेशनल कन्वीनर हैं.
बतायाजाता है कि रावत ने हेमवती नंदन बहुगुणा युनिवर्सिटी से पढाई की है पर उनकी डिग्री के बारे में और जानकारी उपल्बध नहीं है.

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