बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के महेश कुमार मलानी पहले हिंदू उम्मीदवार हैं, जिन्होंने नेशनल असेम्बली सीट पर जीत हासिल की है. इससे पहले पाकिस्तान आम चुनाव 2018 में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पाकिस्तान आम चुनाव जीता, मगर वो बहुत से दूर है. ऐसे में सरकार बनाने के लिए वहां गठबंधन की संभावना काफी बढ़ गई है. 

नौकरशाही डेस्‍क

बता दें कि पाकिस्‍तान में गैर मुस्लिमों को 16 वर्ष पहले आम चुनावों में वोट डालने और चुनाव लड़ने का अधिकार मिला था, जिसके बाद मलानी पहले हिंदू हैं जिन्होंने पाकिस्तान आम चुनाव में जीत का परचम लहराया है. मलानी ने दक्षिणी सिंध प्रांत के थारपरकर द्वितीय सीट से चुनाव लड़ा और 14 उम्मीदवारों को हराकर जीत हासिल की. उन्हें एक लाख छह हजार 630 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के अरबाब जकाउल्ला को 87 हजार 251 वोट मिले. मलानी पाकिस्तानी हिंदू राजस्थानी पुष्करना ब्राह्मण हैं जो 2003 से 2008 तक एक आरक्षित सीट पर संसद सदस्य थे. मलानी 2013 में सिंध विधानसभा के थारपारकर तृतीय सीट पर जीत हासिल कर प्रांतीय विधानसभा के पहले गैर मुस्लिम सदस्य बने.

मलानी व थारपरकर के बारे में

मलानी यहां खासे लोकप्रिय हैं. उनकी सभाओं में काफी भीड़ उमड़ती रही है. वो यहां से प्रांतीय असेंबली में चुने जाते रहे हैं. उनकी पैठ थारपरकार में ना केवल हिंदू बल्कि मुसलमानों के बीच भी है. वो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता हैं. पाकिस्तान का थारपरकार जिला सिंध का सबसे बड़ा जिला है. इसका मुख्यालय मीठी में है. हालांकि विकास की दृष्टि से ये पाकिस्तान के सबसे पिछड़े इलाकों में गिना जाता है. इस जिले की खासियत ये भी है कि यहां दुनिया अकेला ऐसा रेगिस्तान है, जिसे उपजाऊ माना जाता है. 1998 में हुई जनगणना में यहां मुस्लिमों की तादाद 59 फीसदी थी जबकि हिंदुओं की 41 प्रतिशत.

बंटवारे के बाद 1947 में जब पाकिस्तान बना तब यहां 80 फीसदी हिंदू हुआ करते थे जबकि मुसलमानों की आबादी 20 प्रतिशत थी. लेकिन 1965 से 1971 के बीच बड़े पैमाने में हिंदुओं और मुसलमानों की भारत व पाकिस्तान के बीच हुई अदला-बदली से इलाके की डेमोग्राफी बदल गई. तब हजारों सवर्ण हिंदुओं ने भारत के थार में आना पसंद किया. वहीं थार से हजारों मुस्लिम परिवारों ने पाकिस्तान की ओर कूच किया. थारपरकार और मीठी में काफी हिंदू मंदिर हैं.

By Editor


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