बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार वित्त रहित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की धमकी के जवाब में शिक्षकों ने कहा है कि वे डरने वाले नहीं हैं और उनसे कोई जबरन मूल्यांकन का काम नहीं ले सकता.
वित्त रहित शिक्षकों के मोरचा के महासचिव जयनारायण सिंह मधु ने कहा कि शिक्षक ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं है. शिक्षकों से जबरन कोई मूल्यांकन नहीं करवा सकता है. उन्होंने शिक्षकों से आपील की है कि छह अप्रैल को शांतिपूर्ण ढंग से मूल्यांकन का बहिष्कार करें और सात अप्रैल को सभी मुख्यालयों में मुख्यमंत्री की शवयात्रा को सफल बनायें.
वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा के आह्वान पर शिक्षकों का इंटर कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार 22 वें दिन भी जारी रहा. वित्त रहित शिक्षक अभी भी अनुदान के बदले वेतनमान, सेवाशर्त नियमावली, उम्र सीमा में बढ़ोतरी की मांग को लेकर शांतिपूर्ण मूल्यांकन बहिष्कार का काम जारी है.