जनता दल (यू.) के प्रदेश महासचिव प्रो. रणवीर नन्दन ने नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्णिया रैली में जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने पर ऐतराज जताते हुए कहा है कि पीएम का सपना देखने वाले नेता को यह शोभा नहीं देता
कभी वे अपनी ही पार्टी भाजपा को ब्रह्मणों एवं वैष्यों की पार्टी मानते हैं तो कभी अपनी पार्टी को पिछड़ो एवं वचितों की पार्टी बनाने का वादा करते हैं। पूर्णिया में वे यदुवंशियों को द्वारिका से जोड़ते हैं। प्रो. नंदन ने कहा है कि क्या प्रधानमंत्री पद के तथाकथित उम्मीदवार सभाओं में ऐसे जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं वह जायज है!
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार व्यक्ति हेतु सभी जातियां एवं सभी धर्म समान होते हैं। परंतु नरेन्द्र मोदी द्वारा ऐसे शब्दों का प्रयोग यह दर्शाता है कि भाजपा के छद्म राष्टवाद के पीछे छद्म जातिवाद छिपा है एवं नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए छटपटा रहे हैं।
प्रो. नंदन ने कहा कि अपने बिहार दौरे के दौरान नरेन्द्र मोदी द्वारा भाजपा कोटे के मंत्रियों को आवंटित विभाग लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, नगर विकास एवं मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के कार्यकलापों की आलोचना कर साबित कर दिया कि उनके कोटे के मंत्री सही में नकारे थे।
जाहिर है कि नरेन्द्र मोदी द्वारा सुशील मोदी ने अपरोक्ष रूप से अश्विनी चैबे , प्रेम कुमार एवं गिरिराज सिंह की आलोचना करवा दी। क्योंकि उपरोक्त विभाग इन्हीं मंत्रियों के हाथ में था।
प्रो. नंदन ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी की कोई भी साजिष चाहे वह अर्थ तंत्र की हो या धर्म तंत्र की हो बिहार में नहीं चलने वाली है। आजकल बिहार में अनेकों बाबा मोदी के नाम का छद्म प्रचार हेतु प्रवचन कर रहे हैं, परंतु उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला ।