उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला है, जिसमें महामहिम ने गुरूवार को कहा था कि अगर आपको कोई छेड़खानी करता है तो थाने बाद में जाइए, पहले फोन कॉल राजभवन में कर दीजिए. उनका अफसर आपके साथ जाकर आपकी रिपोर्ट लिखवाएगा, इससे बुरी कोई बात नहीं हो सकती है कि हम अपनी बच्चियों की सम्मान की रक्षा न कर सकें.
नौकरशाही डेस्क
इसी बयान को आधार बना कर तेजस्वी ने कहा कि यह अति-शर्मनाक है. राज्यपाल महोदय जानते है कि नीतीश राज में क़ानून व्यवस्था की शर्मनाक स्थिति है. सीएम के अधीन गृह विभाग भ्रष्टाचार की दलदल में डूबा हुआ है. अब आप समझ लीजिये बिहार में क्या हालात होंगे, जब राज्यपाल महोदय को हस्तक्षेप कर ख़ुद महिला उत्पीड़न पर संज्ञान लेना पड़ रहा है.
बता दें कि पिछले दिनों कुछ महीनों में बिहार के जहानाबाद, गया, कैमूर, नालंदा और फिर गया में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटना हुई है. उसको देखते हुए राज्यपाल का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अब इस पर नेता प्रतिपक्ष ने भी संज्ञान लिया है. वहीं, मधेपुरा सांसद पप्पू यादव ने भी राज्यपाल के बयान पर कहा कि यह राज्य में कैसा शासन है, जहां सत्ता के दो केंद्र बन गए हैं. एक राजभवन और दूसरा मुख्यमंत्री सचिवालय.