राजद प्रमुख लालू यादव ने आज स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी उनके परिवार से बाहर नहीं निकलेगी। यदि कोई उत्तराधिकारी बनने का भ्रम पाल रहा हो तो यह उसकी गलती है। राजद की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कहा कि बाप का उत्तराधिकारी बेटा ही बनता है। लालू का उत्राधिकारी भी बेटा ही बनेगा।
नौकरशाही ब्यूरो
समाजवादी परिवार होने का दावा करने वाले राजद की कॉरपोरेट बैठक पटना के प्रमुख होटल मौर्या में हुई। सब कुछ व्यवस्थित था। बैठक करीब 11 बजे शुरू हुई। करीब साढ़े चार घंटे चली बैठक में पार्टी के राजनीतिक प्रस्ताव पर ही चर्चा हुई, जिसमें लालू यादव ने जनता परिवार के विलय का प्रस्ताव रखा गया। प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी। सभी वक्ता विलय को समय की आवश्यकता बता रहे थे और इसका अनुमोदन भी कर रहे थे। इसी क्रम में राजद सांसद पप्पू यादव को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया। उन्होंने राजनीतिक प्रस्ताव के खिलाफ जाकर विलय को अनावश्यक बताया और कार्यकर्ताओं के सम्मान की बात उठायी। राजद के अस्तित्व बचाए रखने का भी सवाल उठाया।
पप्पू यादव के संबोधन समाप्त होने के बाद लालू यादव ने कहा कि हम पप्पू यादव के प्रस्ताव को नकारते हैं। जनता परिवार का विलय हो गया है। मुलायम सिंह यादव इसके नेता होंगे। इसके साथ ही लालू यादव ने कहा कि उनका उत्तराधिकारी उनका बेटा होगा। कार्यकारिणी की बैठक में कई अन्य प्रस्ताव भी स्वीकार किये गए। बैठक में राजद प्रमुख को इस बात के लिए अधिकृत किया गया है कि वह पार्टी से जुड़े हर फैसले के लिए स्वतंत्र हैं। हालांकि कार्यकारिणी की बैठक में राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव कहीं नजर नहीं आए। बैठक में जगदानंद सिंह, रघुवंश प्रसाद सिंह, प्रभुनाथ सिंह, प्रेम गुप्ता समेत राजद के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे।