मॉल – मिट्टी घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी चंदा यादव के खिलाफ पटना हाई कोर्ट में एक पीआईएल दायर की गई है. उन पर बिहार के मुख्यमंत्री आवास को अपना पता बता कर उसके कमर्सियल मकसद से इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है. बता दें कि इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम व भाजपा नेता सुशील कुमार ने इस प्रकरण में चंदा यादव पर मुख्यमंत्री आवास के पता का निजी इस्तेमाल का आरोप लगाया था.
नौकरशाही डेस्क
वहीं, इस मामले में सुशील मोदी ने राज्य के सीएम नीतीश कुमार को इस मामले में चंदा यादव पर कार्रवाई करने की चुनौती भी दी थी. उन्होंने कहा था कि चंदा यादव के साथ – साथ उनके दो मंत्री भाईयों पर भी कार्रवाई की जाए, क्योंकि उनके साथ उनके दोनों भाईयों ने भी दस्तावेज पर साइन किया था.
बता दें कि इस प्रकरण में अभी वाद – विवाद का भी दौर जारी है. जहां एक ओर विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है, वहीं, महागठबंधन की सरकार के मुखिया और उनकी पार्टी ने खुद को इस मामले से दूर रखा है. बुधवार को बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने यहां तक कह दिया कि जदयू के लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर भाजपा को दस्तावेज उपलब्ध करा रहे हैं. तो जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रेम कुमार के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि इस मामले से जदयू या नीतीश कुमार का कोई संबंध नहीं है. हालांकि मुख्य सचिव के आदेश पर इस मामले में जांच के आदेश दिये जा चुके हैं.