चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद जेल में बंद लालू प्रसाद से उनके वकील प्रभात कुमार को जेल प्रशासन ने मिलने नहीं दिया. जेल अफसरों के इस सवैये पर लालू के वकील भड़क गये.
लालू के केस की पैरवी करने वाले वकील प्रभात कुमार शुक्रवार को बिरसा मुंडा कारागार पहुंचे. उन्होंने लालू प्रसाद से मिलने के लिए लिखित आवेदन किया. आवेदन के अतिरिक्त उन्होंने अपना आईकार्ड भी संलग्न किया. पर जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी. प्रशासन ने इस बिना पर मिलने से रोक लगा दी कि एक हफ्ता में उनसे तीन मुलाकाती ही मिल सकते हैं. इस पर वकील प्रभात कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद चारा घोटाला के अन्य मामलों में भी अभियुक्त हैं. उनके केस की पैरवी के लिए उनसे मिलना जरूरी है. अगर मुलाकात करके उनसे बात न की जायेगी तो केस की पैरवी कैसे होगी. जेल प्रशासन ने उन्हें बताया कि उनके आवेदन पर अगल हफ्ते ही विचार किया जायेगा.
दूसरी तरफ लालू प्रसाद के वकील प्रभात कुमार ने जेल के इस रवैये को चुनौती देने पर आमादा हैं. प्रभात कुमार ने बताया कि जेल मैनुअल के नाम पर का संवैधानिक अधिकार का हनन किया गया। उन्होंने कहा कि बार काउंसिल के सदस्यों को कैदियों से मिलने की मनाही नहीं होती। लेकिन मैनुअल का बहाना बनाकर जेल प्रशासन उन्हें रोक रहा है। प्रभात कुमार ने कहा कि कोर्ट खुलने के बाद वह इस मामले में प्रशासन के खिलाफ याचिका फाइल करेंगे।
गौरतलब है कि रांची के बिरसा मुंडा जेल ने जेल मैनुअल की बात कहके वकील से लालू की मुलाकात नहीं कराई.