प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि युवाओं को विज्ञान एवं शोध को पेशे के रूप में अपनाने की अभी और जरूरत है।
मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 21वें संस्करण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुझे विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में हमारे युवा विद्यार्थियों का योगदान देख कर गर्व महसूस होता है। मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी विज्ञान एवं तकनीक को अपने पेशे या काम-धंधे के रूप में चुनें।’’
मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत हाल में देश में 20 उपग्रह लांच किए जाने का उल्लेख कर की। उन्होंने कहा कि भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश को गौरवान्वित किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हालिया उपग्रह लांच में गर्व की बात यह है कि 20 में से 17 विदेशों के उपग्रह थे। क्या यह कमाल की बात नहीं है। हमारे वैज्ञानिक देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’’
इस दौरान उन्होंने दुनियाभर में पिछले दिनों मनाए गए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की सफलता पर भी ध्यान खींचा। मोदी ने कहा, ‘‘अगर हम में से हर कोई स्वयं को योग से जोड़ ले तो योग में पूरी दुनिया को जोड़ने की शक्ति है। हमारे देश में एक लाख से अधिक जगहों पर पूरे उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।’’