मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़कें इस तरह से बनायी जायें, जिससे राज्य के किसी कोने से राजधानी पटना पहुंचने में पांच घंटे से अधिक न लगे। पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय में पथ निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि सड़क निर्माण की परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाये और उनकी गुणवत्ता आदि पर लगातार निगरानी रखी जाये।
सीएम ने कहा भविष्य में यातायात बढ़ने की गणना कर ऐसी योजना बनायी जाये, जिससे लोगों को किसी तरह की दिक्कत न होने पाये। पुल निर्माण के साथ-साथ सम्पर्क पथ पर भी काम चलता रहे जिससे आगे कोई दिक्कत न आये। बैठक में विभाग की ओर से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभाग की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई। विभाग ने बताया कि राज्य में नेशनल हाइवे 4590 किलोमीटर, स्टेट हाइवे 4227 किलोमीटर और 10,633 किलोमीटर मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड हैं। विभाग ने विजन 2020 की भी प्रस्तुति की।
मुख्यमंत्री ने सड़कों के रख-रखाव के संबंध में निर्देश दिया कि बालू लदे ट्रकों के परिचालन को नियंत्रित किया जाये क्योंकि अधिकांश ट्रक ओवरलोडिंग करते हैं जिनमें बालू के साथ पानी रहता है। ये ट्रक सड़कों को बर्बाद करते हैं। उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाने के लिये कारगर कार्रवाई की जाये। उन्होंने खनन, परिवहन और पर्यावरण विभाग से समन्वय कर इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी पथ निर्माण विभाग को दिया । बैठक में श्री कुमार के अलावा उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, प्रधान सचिव वित्त रवि मित्तल, प्रधान सचिव पथ निर्माण सुधीर कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।