बिहटा-सरमेरा पथ निर्माण का काम एक साल विलंब के बावजूद मात्र 38 प्रतिशत काम कर पाने वाली कम्पनी मेसर्स रामकी इन्फ्रास्ट्रक्चर का टेडर रद्द किया जा सकता है.
पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि इस कम्पनी ने एक साल विलंब के बावजूद आपना काम अभी तक नहीं कर पायी है. इसलिए सरकार इसके टेंडर को रद्द करने पर विचार कर रही है.
उन्होंने उन तमाम कम्पनियों को चेतावनी दी जो निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण काम करने में असफल रहे हैं.
हालांकि इस मामले में कम्पनी का अपना पक्ष है. उसने कहा है कि सड़क निर्माण के लिए उसे पूरी जमीन उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इसलिए निर्माण कार्य में देरी हुई है. दूसरी तरफ अधिकारियों ने बताया कि कंपनी ने जमीन उपलब्ध न कराने की शिकायत की है. लेकिन, जितनी जमीन उसे उपलब्ध करायी गयी, उस पर भी उसने काम पूरा नहीं किया.
कम्पनी की दूसरी शिकायत बिहार में स्टोन चिप्स न मिलने को लेकर है.
अधिकारियों का कहना है कि बाहर से स्टोन चिप्स मंगाने के लिए विभाग कंपनी को पैसे दे रहा है, फिर भी गुणवत्तापूर्ण काम नहीं हो रहा. कंपनी की वित्तीय हालत भी खराब थी, उसे मजबूती प्रदान करने के लिए बैंक गारंटी पर विभाग ने 10 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये, फिर भी काम नहीं हुआ. विभाग ने बैंक गारंटी जब्त कर ली.