पटना का सैदपुर हॉस्टल अपराध की फैक्ट्री के रूप में कुख्यात हो चुका है. रविवार को बम बनाते दबोचे गये कथित छात्रों की कहानी से पहले भी इस हास्टल की बदनाम कहानियां हैं.
पिछले दिनों दरभंगा हाउस के पास पटना के अन्य हास्टलों के छात्रों के साथ सैदपुर हास्टल के छात्रों की लड़ाई के बाद पुलिस को सूचना मिली थी कि सैदपुर हास्टल के छात्र अन्य छात्रों पर हमला की योजना बना रहे हैं.
इसके बाद पुलिस ने छापामारी की जिसमें चार छात्र गिरफ्तार किये गये. वहां से अनेक जिंदा बम तो बरामद किये ही गये साथ ही बम बनाने के लिए इस्तेमाल किये गये बारूद और अन्य सामान भी बरामद हुए.
सैदपुर हास्टल- बम बनाते पकड़े गये चार छात्र
सेदपुर हास्टल कई वर्षों से अपने असमाजिक गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है. यहां पर पिछले दो सालों में अनेक बार छापामारी हो चुकी है. कई छात्रों को गोली लग चुकी है. कई बार इस हास्टल में अवैध कब्जा करके रहने के मामले में छात्रों को दबोचा गया है. पिछले एक-डेढ़ साल में यहां कई वारदात हो चुकी है.
क्राइम टाइमलान
जुलाई 2015 में सैदपुर छात्रावास के छात्रों और स्थानीय लोगों में झड़प हुआ था. इसके बाद तत्कालीन एसएसपी विकास वैभव के नेतृत्व में रात में 43 छात्रों को गिरफ्तार किया गया था.
जनवरी 2015 सैदपुर हॉस्टल के लड़कों ने जैक्सन हॉस्टल पर बम चला दिया. सैदपुर हॉस्टल में ही छात्रों के विवाद में एक लड़कों को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। शिवम नाम का यह लड़का गैरकानूनी तौर पर इस हास्टल में रह रहा था.
3 जून 2015 सैदपुल छात्रावास और अम्बेडकर छात्रावास के छात्रों के बीच जम कर मारपीट हुई. इसके बाद गोलीबारी और बमविस्फोट से इलाका थर्रा गया. अजिताभ व सुशील नामक छात्र गंभीर रूप से घायल हुए.
31 जुलाई 2016- सैदपुर हास्टल में पुलिस ने धावा बोला. रात के अंधेरे में बम बनाते रंगे हाथ पकड़े के चार छात्र. पुलिस को देख कर अनेक छात्र छत से कूद कर भागे अनेक के पैर-हाथ टूटे. बम बनाने के उपकरण और चार जिंदा बम बरामद.