केन्द्र की महत्वकांक्षी ‘स्मार्ट सिटी’ परियोजना में बिहार के किसी शहर को शामिल नहीं किये जाने के बाद राज्य के प्रत्येक गांव को ‘स्मार्ट’ बनाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना में राज्य के पहले बहुस्तरीय पार्किंग समेत एक साथ कई योजनाओं को शुभारंभ किया।
श्री कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद कक्ष में नगर विकास एवं आवास विभाग के बहुस्तरीय पार्किंग (बुद्धा स्मृति पार्क), लोहानीपुर और खाजेकलां पेयजल आपूर्ति योजनायें, पटना शहर में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट सिस्टम, शेखपुरा एवं जहानाबाद बस टर्मिनस, हाजी इलियास पार्क हाजीपुर का लोकार्पण, ई- नगरपालिका परियोजना का शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वह बात करने में स्मार्ट नहीं हैं, बल्कि काम करने में स्मार्ट हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के प्रत्येक गांव को स्मार्ट बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है , इसलिए उन्हें स्मार्ट सिटी की चिन्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि एक स्मार्ट सिटी को केन्द्र सरकार पांच साल में प्रतिवर्ष सौ करोड़ रूपये के हिसाब से पांच सौ करोड़ रूपये देगी। इस राशि से स्मार्ट सिटी जैसे बड़ी परियोजना का क्या होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र की स्मार्ट सिटी परियोजना में 100 शहरों का चयन ‘स्मार्ट सिटी’ के लिये किया जाना था लेकिन केवल बीस शहरों का चयन किया गया । कई राज्यों की राजधानी भी छूट गयी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि 100 करोड़ रूपये से एक साल में एक शहर कितना समार्ट होगा। उन्होंने कहा कि पंचम आयोग की अनुशंसा को वह लागू कर रहे हैं, इसके तहत हम आठ हजार करोड़ रूपये देंगे। उन्होंने कहा कि शहरी निकाय मजबूत होंगे तो लोगों की संतुष्टि का स्तर मजबूत होगा।