पटना, मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी बनाने के प्रस्ताव को परखने के बाद हाई पावर स्क्रीनिंग कमेटी ने अपनी सहमति दे दी. आज इन तीनों शहरों का प्रस्ताव दिल्ली जाएगा, जिस पर अंतिम फैसला केंद्र को लेना है. बता दें कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को हाई पावर स्क्रीनिंग कमेटी हुई.
नौकरशाही डेस्क
हाई पावर स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष पेश प्रजेंटेशन में पटना के 980 एकड़ एरिया को विकसित करने का ल्क्ष्य रखा गया, जिस पर 2776.16 करोड़ का खर्च होगा. इस दौरान पटना को सिंगापुर की तर्ज पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, अंडरग्राउंड मार्केट पैन सिटी सॉल्यूशन जैसे कई आधुनिक तरकीब से स्मार्ट बनाया जाएगा. वहीं, मुजफ्फरपुर के 32 वर्ग किलोमीटर एरिया को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 1600 करोड़ लागत का लक्ष्य रखा गया, जिसमें ई-नगरपालिका, सीसीटीवी, वाई फाई के साथ स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे. शहर को इको फ्रेंडली बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है.
इसके अलावा बिहार शरीफ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 1306 करोड़ 28 लाख रूपए का प्रस्ताव है, जिसे आठ भागों में बांटा गया है. शहर का फ्रंट नालंदा यूनिवर्सिटी, हेरिटेज, कल्चर टूरिज्म, इकोलॉजिकल संसाधन, एग्रो इंडस्ट्री, स्मॉल इंडस्ट्री को बढ़ावा, फाइवर ऑप्टिक नेटवर्क, हरित पट्टी, सोलर सिस्टम, वेस्ट वाटर रिसाइकिलिंग सिस्टम, इनावयरमेंटल क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन प्रमुख कार्य हैं, जिससे इस शहर को स्मार्ट बनाया जाएगा.
बैठक में इन नगर निकायों के अफसरों के अलावा नगर विकास विभाग तथा वित्त विभाग के वरीय अधिकारी मौजूद थे. गौरतलब है कि केंद्र के पास प्रस्ताव भेजने की आखिरी तारीख 31 मार्च है. पिछली दफे भी बिहार से तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था. लेकिन इनमें सिर्फ भागलपुर को मंजूरी मिली थी.