केंद्र सरकार ने आस्ट्रेलियाई संवाद समिति की वेबसाइट पर दर्ज स्कोर्पियन पनडुब्बी से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर कहा है कि इन दस्तावेजों से सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि इसमें महत्वपूर्ण सूचनाओं को शामिल ही नहीं किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने किया दावा
सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार भारत सरकार ने मीडिया में इस पनडुब्बी के बारे में जानकारी लीक होने की घटना को गंभीरता से लिया है और आस्ट्रेलिया की संवाद समिति की वेबसाइट पर इस पनडुब्बी से सम्बंधित जानकारी की जाँच भी की है, लेकिन यह पाया है कि उसमें सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया है, क्योंकि उसमे महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं ही नहीं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय नौसेना ने इस मामले को फ्रांस शस्त्रागार के महानिदेशक के सामने उठाया है और फ्रांसीसी सरकार से अनुरोध किया है कि वह इस घटना की तत्परता से जांच कराये और उसके नतीजों से हमें अवगत कराये । सरकार ने राजनयिक माध्यम से सम्बद्ध विदेशी सरकारों से इस मामले में पूछताछ करके यह पता लगाने की कोशिश की है कि क्या लीक होने की खबर सही है। सरकार एहतियातन यह भी पता लगा रही है कि क्या आस्ट्रेलियाई सूत्रों को जो जानकारी मिली है, उससे क्या वास्तव में कोई असर हुआ है। रक्षा मंत्रालय ने एक उच्चस्तरीय समिति गठित करके लीक होने की खबर से पड़े प्रभावों का अध्ययन करने को भी कहा है । भारतीय नौसेना भी सुरक्षा से समझौते की आशंका को दूर करने में लगी है।