बिहार व झारखंड में पत्रकारों की हत्या के खिलाफ रविवार को पटना में जर्नलिस्ट युनियन ऑफ बिहार ने आक्रोश मार्च का आयोजन किया.
मार्च आकाशवाणी गेट से शुरू होकर फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचा।
मार्च में राजधानी पटना के विभिन्न समाचारपत्रों के पत्रकारों के अलावा विभिन्न जिलों के पत्रकार भी शामिल हुए. मुंह पर काली पट्टी लगाये पत्रकारों ने मृतक पत्रकार के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे. साथ ही उनके दोनों बच्चों के लिए मुफ्त उच्च शिक्षा की व्यवस्था और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई।
आक्रोश मार्च में निवेदिता झा, आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचिदानंद कुमार, डॉ. अजय कुमार और डॉ. हरिहर दीक्षित, यूनियन के सुधीर मधुकर, अभिजीत पांडेय, प्रभाषचन्द्र शर्मा, प्रदीप उपाध्याय, वीणा बेनीपुरी, डॉ ब्रजनंदन, हिन्दुस्तान के भोलानाथ, विश्वपति, क्रांति कुमार, संजय कुमार, हिन्दुस्तान टाइम्स के रुचिर कुमार, सुभाष, अविनाश समेत बड़ी तादाद में पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे