नेपाल में भूकंप पीडि़तों की राहत पर जदयू की आंतरिक राजनीति गरमाने लगी है। राहत पर भाजपा की मार झेल रहे नीतीश कुमार पर उनके ही मंत्री रमई राम ने उपेक्षा का आरोप लगाया है। रमई राम जलसंसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी को रक्सौल में राहत कार्यों के प्रभारी बनाकर भेजे जाने पर नाराजगी जतायी है। सीएम ने रमई राम को हद में रहने की हिदायत दी है।
इस बीच परिवहन मंत्री रमई राम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूर्वी चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री के पद से इस्तीफा भेज दिया है। रमई राम ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि उन्हें बताए बिना मंत्री विजय चौधरी को जिला प्रभारी बनाकर रक्सौल भेजा गया। अगर मैं काम करने में सक्षम नहीं होता तो विजय चौधरी को भेजा जाता। इस संबंध में मुझसे पूछा तक नहीं गया। मैं आपदा प्रभावित क्षेत्र में गया, लोगों से मिला और उनके राहत का प्रबंध किया। मेरे सक्रिय रहने के बावजूद किसी और को भेजने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है, जिसके कारण प्रभारी मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है।
उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सियासत बर्दाश्त नहीं करूंगा। अगर कोई इस्तीफा देता है तो अगले पल की स्वीकार कर लूंगा। विजय चौधरी को विशेष परिस्थिति में रक्सौल भेजा गया है। सरकार की एजेंसियों के साथ समन्वय जरूरी है। गौरतलब है कि मंत्री विजय चौधरी और आईएस ऑफिसर अरविंद चौधरी को नेपाल भेजे जा रहे राहत सामग्री की मॉनिटरिंग के लिए रक्सौल में तैनात किया गया है।